झी न्यूज के संपादक सुबीर चौधरी ने बताया कि, कल (२८ सितंबर रात को) भारत का कोई एक पत्रकार अपने मोबाईल में सेव्ह प्रधानमंत्री मोदी जी की तस्वीर दिखाकर न्युयोर्क के लोगों से पूछ रहा था- आप इन्हें पहचानते है क्या? बहुत स्वाभाविक था की न्युयोर्क में रहनेवाले अमरिकी लोग या अन्य देशों से आए लोग कहते थे- नहीं. उसका ये तमाशा कोई चैनल लाइव्ह दिखा रहा था. और ये साबित करने की कोशीश हो रही थी की- देखिये, प्रधानमंत्री मोदी जी को यहाँ कोई जानता तक नहीं. उनकी अमरिका यात्रा केवल media hype है. अब ऐसे पत्रकार और ऐसी पत्रकारिता को क्या कहेंगे? क्या ऐसे लोगों पर विश्वास किया जा सकता है? करना चाहिए? ये तो बहुत सामान्य बात है की किसी भी देश के मुखिया को अन्य देश में वहां का सामान्य नागरिक कम ही पहचानेगा. बराक ओबामा की तस्वीर कितने भारतवासी पहचान सकेंगे? इसका अर्थ यह तो नही होता की उनका कोई महत्व नही या उनकी कोई ताकत या हैसियत नही. ऐसी पत्रकारिता पर सिर्फ दया आ सकती है.
- श्रीपाद कोठे
३० सप्टेंबर २०१४
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